नई दिल्ली: भारतीय फार्मा सेक्टर की प्रमुख कंपनी Natco Pharma को तिमाही नतीजों के बाद बड़ा झटका लगा है। कंपनी के Q3FY24 के कमजोर प्रदर्शन के चलते निवेशकों ने जमकर बिकवाली की, जिससे शेयरों में 18.5% तक की गिरावट दर्ज की गई। यह गिरावट कंपनी के बाजार पूंजीकरण पर भी भारी पड़ी, जिससे इसका मूल्यांकन तेजी से घटा।

कमजोर तिमाही नतीजों ने डुबोया स्टॉक

Natco Pharma के वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही के नतीजे निराशाजनक रहे।

  • कंपनी का शुद्ध लाभ 38% गिरकर ₹132.4 करोड़ रह गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह ₹212.7 करोड़ था।
  • कुल राजस्व 37% गिरकर ₹474.8 करोड़ रह गया, जो Q3FY23 में ₹758.6 करोड़ था।
  • EBITDA मार्जिन में भी बड़ी गिरावट आई, जो 35.3% से घटकर 8.2% पर आ गया, यानी 2,717 बेसिस पॉइंट का नुकसान।

कमजोर वित्तीय नतीजों ने बाजार की धारणा को प्रभावित किया और निवेशकों ने स्टॉक में भारी बिकवाली शुरू कर दी, जिससे यह लगातार पांचवें दिन गिरावट में रहा।

फॉर्मूलेशन एक्सपोर्ट में 50% की गिरावट बनी सबसे बड़ी चिंता

Natco Pharma के तिमाही प्रदर्शन में गिरावट का सबसे बड़ा कारण फॉर्मूलेशन एक्सपोर्ट्स में भारी कमी रहा।

  • Q3FY23 में ₹605.6 करोड़ के मुकाबले इस तिमाही में ₹285.8 करोड़ का एक्सपोर्ट हुआ, यानी 50% से ज्यादा की गिरावट।
  • घरेलू फॉर्मूलेशन बिक्री भी ₹99.4 करोड़ से घटकर ₹96.1 करोड़ रह गई, जो इस सेगमेंट में भी कमजोरी को दर्शाता है।
  • कंपनी के कुल राजस्व का 44% हिस्सा एक्सपोर्ट फॉर्मूलेशन से आया, जबकि पिछले वित्त वर्ष में यह योगदान 76% था।

विश्लेषकों के अनुसार, Natco Pharma की अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कमजोर पकड़ और प्रतिस्पर्धा के कारण कंपनी की सेल्स प्रभावित हो रही है। इसके अलावा, अमेरिकी और यूरोपीय बाजारों में दवाओं की कीमतों में दबाव भी कंपनी के प्रदर्शन पर असर डाल रहा है।

Natco Pharma के शेयरों में लगातार पांचवें दिन गिरावट देखी गई, जिससे यह स्टॉक पिछले पांच सत्रों में अपने मूल्य का एक-चौथाई हिस्सा खो चुका है।

  • सुबह 09:55 बजे, NSE पर स्टॉक ₹1,012.50 पर ट्रेड कर रहा था।
  • शेयर बाजार में 24 लाख शेयरों का लेनदेन हुआ, जो कि पिछले एक महीने के औसत 5 लाख शेयरों से 5 गुना अधिक था।
  • अधिक ट्रेडिंग वॉल्यूम के चलते स्टॉक में अत्यधिक अस्थिरता (Volatility) देखी गई।

विशेषज्ञों के अनुसार, कंपनी के तिमाही नतीजे उम्मीद से काफी कमजोर रहे हैं, जिससे निवेशकों में भरोसे की कमी आई है। हालांकि, कंपनी के फंडामेंटल्स को देखते हुए यह देखना जरूरी होगा कि क्या भविष्य में इसकी एक्सपोर्ट ग्रोथ में सुधार होता है।

Natco Pharma को अगले कुछ तिमाहियों में अपनी वैश्विक बाजारों में पकड़ मजबूत करनी होगी और नई दवा लॉन्च पर फोकस करना होगा। साथ ही, निवेशकों को भी स्टॉक में किसी भी निवेश से पहले कंपनी की आगे की रणनीति और बाजार में उसकी स्थिति पर ध्यान देना होगा।

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